हरिद्वार  को निरंजनी अखाड़ा रोड स्थित आर्य निवास तथा राम धाम में परम पूज्य गुरुदेव श्री रंग अवधूत महाराज की 57 वी पावन पुण्यतिथि बड़े ही धूमधाम हर्षोउल्लास के साथ मनाई गई इस अवसर पर बोलते हुए श्रीपाद पाठक ने कहा परम पूज्य गुरुदेव श्री श्री 1008 रंग अवधूत जी महाराज ज्ञान का एक विशाल सागर थे उन्होंने सभी भक्तजनों पर एक सामान अपने ज्ञान एवं प्रेम की वर्षा की परम पूज्य गुरुदेव आज भी हमारी यादों में हमारे मन मस्तिष्क में हमारे संस्कारों में बसे हुए हैं उनका ज्ञान आज भी हम भक्तों के बीच उनकी दी गई शिक्षा एवं ज्ञान के रूप में बह रहा है ऐसे तपोमूर्ति ज्ञान मूर्ति परम पूज्य पावन गुरुदेव को बारम्बार नमन इस अवसर पर बोलते हुए श्री रमेश भाई ठक्कर ने कहा तपस्वी साधु संतों ऋषि मुनियों का सानिध्य बड़े ही भाग्य से मिलता है अगर सतगुरु की पावन शरण मिल जाये तो मानो जन्मो जन्म के भाग्य का उदय हो गया है इस अवसर पर बोलते हुए महंत जगजीत सिंह महाराज ने कहा सतगुरु से प्राप्त हुआ सच्चा मार्गदर्शन भक्तों के भाग्य का उदय कर देता है इस अवसर पर बोलते हुए श्री उदासीन बड़ा अखाड़े के सचिव कोठारी महंत गोविंद दास महाराज ने कहा सतगुरु के श्री मुख से निकलने वाला पावन ज्ञान मन मस्तिष्क और तन को तो पावन कर ही देता है साथ-साथ हमारे जीवन की काया पलट कर हमारे भाग्य का उदय कर हमें भगवान की शरण में पहुंचा देता है ऐसे ही सच्चे मार्गदर्शक पावन त्याग मूर्ति संत थे परम पूज्य श्री रंग अवधूत जी महाराज ऐसे संत महापुरुषों को हम अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके चरणों में अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं इस अवसर पर महंत जगजीत सिंह महाराज महंत गोविंद दास महाराज महेंद्र सिंह जी महाराज कोठारी राघवेंद्र दास महाराज महंत तीरथ सिंह महाराज महंत मोहन सिंह महाराज महंत सुतीक्ष्ण मुनि महाराज महंत दिनेश दास महाराज महंत रवि देव महाराज सचिव गोविंद दास महाराज महंत नागा बाबा गजेंद्र गिरि महाराज बिहारी शरण दास महाराज प्रेमदास महाराज श्री पद पाठक रमेश भाई ठाकर कमलेश पटेल श्याम गिरी महाराज देहरादून बाबा रमेशानन्द कोतवाल निर्वाण कमल मुनि महाराज श्री आदित्य भाई सहित बहुत से भक्तजन तथा संत महापुरुष उपस्थित थे