स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की उपेक्षा कर रही सरकार-मुरली मनोहर
हरिद्वार, 23 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस के स्वतंत्रता उत्तराधिकारी सेनानी प्रकोष्ठ ने सरकारों पर स्वतंत्रता सेनानी परिवारों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए संघर्ष करने का ऐलान किया है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कांग्रेस स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों से राजनीतिक विद्वेष की भावना से प्रेरित होकर देश के महान स्वतंत्रता संग्राम में देश की आजदी के लिए अपने प्राणों की आहुतियां देने वाली महान विभिूतियों के नाम और काम को भारत के इतिहास से मिटाने का पड्यंत्र भिन्न-भिन्न तरीकों से किया जा रहा है। मीसा बंदियों को महिमा मंडित कर उन्हे लोकतंत्र सेनानी बताकर उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों से ऊपर सम्मानित किया जा रहा है। 25 जून को लोकतंत्र हल्या दिवस घोषित कर सरकार द्वारा भारत के महान लोकतंत्र का विश्व पटल पर मजाक बनाया जा रहा है। मुरली मनोहर ने कहा कि देश में दो करोड़ स्वतंत्रता सेनानी परिवार हैं। कांग्रेस स्वतंत्रता सेनानी प्रकोष्ठ के तहत सभी स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को एक मंच पर लाने के लिए 25 अगस्त को हरिद्वार में सैनी आश्रम में स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के उत्तराधिकारियों का एक राष्ट्रीय स्तर का समागम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए तमाम स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के परिवारों को अपने पूर्वजों के मान सम्मान और स्वयं के अस्तित्व की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धित और संकल्पित किया जाएगा। सम्मेलन में एक प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पास कराया जाएगा कि उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के अनुरूप ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के द्वारा भी राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ का गठन किया जाए। जिसकी शाखाएं सभी राज्यों में स्थापित की जाएं। पत्रकार वार्ता में मध्य प्रदेश स्वतंत्रता सेनानी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय सीतलानी, शरद दुबे, सुरेंद्र कुमार सैनी, गोपाल नारसन, सुरेंद्र सिंह बुटोला, राजकुमार, हरिद्वार महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमन गर्ग, अनिल गिरी, अनिल शमी, मुकेश त्यागी आदि भी मौजूद रहे।