हरिद्वार । जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने जिला कार्यालय में गन्ना विकास तथा उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओ की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि राजकीय एवं केन्द्रीकृत योजनाओं से आमजन तथा कृषको को लाभांवित किया जाये और जिला योजना के अन्तर्गत अंशदायी आधारित मार्ग निर्माण हेतु कृषक हितों को सर्वोपरि रखते हुए ही मार्गो को प्राथमिकता के साथ चयनित करते हुए निर्मित किया जाये, ताकि जनमानस एवं कृषको द्वारा गन्ने की आपूर्ति चीनी मिल में किये जाने हेतु सुगम यातायात की सुविधा प्राप्त हो। कृषको द्वारा स्थापित प्राथमिक पौधशालाओं में उपलब्ध बीज को आगामी बुवाई हेतु अनुरक्षित रखा जाये, एकीकृत प्रजाति पर निर्भरता न रखी जाये। गन्ना बुवाई हेतु कृषकों को कीटनाशक की स्थानीय समितियों में सुगम सुविधा सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सहायक गन्ना आयुक्त को दिये गये।

जिलाधिकारी ने गन्ना बीज बदलाव कार्यक्रम अन्तर्गत गन्ने के समग्र विकास एवं कृषकों को योजनान्तर्गत प्रोत्साहित एवं लाभान्वित किये जाने हेतु पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर लाभांवित किये जाने हेतु निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि गन्ना बीज बदलाव में यंत्रीकृत आधुनिक खेती हेतु यंत्र वितरण को पूर्णता पारदर्शिता के साथ कृषकहित में वितरीत किया जाये तथा यथासम्भव

ऑनलाईन आवेदन की व्यवस्था को प्राथमिकता देने के साथ ही कृषकहित मंे पारदर्शिता हेतु लॉटरी

व्यवस्था की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि अच्छी फसल उत्पादन हेतु कीटनाशक मानक अनुरूप होने तथा कीटनाशक सैम्पलिंग (नमूना प्रमाणिकरण) के उपरान्त् ही वितरीत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिये कि कृषकों को ऑर्गेनिक खेती को बढावा दिये जाने हेतु विशेष रणनीति बनाकर कार्यवाही की जाये।

जिलाधिकानी ने सहयक गन्ना आयुक्त को निर्देश दिये कि जनपद स्तरीय समस्त चीनी मिल क्षेत्रों में खाण्डसारी ईकाईयों, कोल्हूओं का लाइसेन्सीकरण सुनिश्चित कराया जाये तथा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि खाण्डसारी इकाईयों एवं कोल्हूओं द्वारा गन्ने की परिपक्वता से पूर्व गन्ना खरीद न की जाये।

जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि जनपद के मौसम के अनुकूल फल पट्टी विकास करने की दिशा में सकारात्मक सोच के साथ कार्य किया जाये, मौन पालन को बढ़ावा दिया जाये, राजकीय उद्यानों के सुदृढ़ीकरण किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि उद्यानीकरण के क्षेत्र में अभिनव पहल करते हुए विशेष प्रोजेक्ट बनाकर शासन में प्रस्ताव भेजे जायें। उन्होंने निर्देश दिये कि किसानों को जोड़ते हुए कलस्टर अपरोच पर विशेष ध्यान दिया जाये।

बैठक में सहायक गन्ना आयुक्त शैलेन्द्र सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।