हरिद्वार। मां चण्डीदेवी एवं मां मनसादेवी पहाड़ी पर बरसात की वजह से जगह-जगह लगातार हो रहे भू-स्खलन को देखते हुये जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की पहल पर उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र (यूएलएमएमसी) के विशेषज्ञों की एक टीम ने विगत जुलाई में पूरे भूस्खलन वाले क्षेत्रों का व्यापक व गहन स्थलीय निरीक्षण किया था, उसी के तारतम्य में सोमवार को यूएलएमएमसी के वैज्ञानिकों-सुश्री रूचिका टण्डन, सीनियर भूवैक्षानिक, डॉ0 टन्ड्रिला सरकार भूवैज्ञानिक, श्री प्रेम सिंह नेगी सहायक इंजीनियर एवं श्री पाल सिंह सर्वेयर ने भूस्खलन में तब से लेकर अब तक कितना बदलाव आया, के सम्बन्ध में मां चण्डीदेवी एवं मां मनसा देवी पहाड़ी का व्यापक सर्वे किया।
इस अवसर पर राजस्व, राजाजी पार्क, वन विभाग तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।