पिथौरागढ ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सचिवालय स्थित सभागार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग की समीक्षा की गई।
वीसी में संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा मानसून काल में अपने जनपद में हुए आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास से जुड़े कार्यों का विवरण सूबे के मुख्यमंत्री को दिया गया।
जिस पर सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा सभी जनपदों में आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास से संबंधित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा श्री धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड विनोद कुमार सुमन एवं समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए की वह आपदा अधिनियम में हुए संशोधनों का विस्तृत अध्ययन कर उक्त संशोधनों के अनुरूप आपदा प्रबंधन का कार्य करना सुनिश्चित करें । आपदा होने पर तत्काल सचिव आपदा से संपर्क कर पुनर्निर्माण का कार्य तत्काल शुरू करना सुनिश्चित करें । वीसी में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी द्वारा मुख्यमंत्री जी को जनपद में आपदा से हुई क्षति एवम प्रभावितों में वितरित राहत एवं सहायता के संबंध में भी विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए अवगत कराया कि जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन, विद्युत लाईन तथा अन्य आवश्यक अवस्थापना साविधाओं के सुधारीकरण/मरमत के स्थिती के बारे में बताया कि आपदा से जल संस्थान पिथौरागढ़ की 54 एवम डीडीहाट की 392 इस प्रकार कुल 446 योजनाएं कार्य क्षतिग्रस्त हुए है इसी प्रकार बताया कि पेयजल निगम पिथौरागढ़ की 71, गंगोलीहाट की 03 एवम् डीडीहाट की 105 योजनाएं आपदा से क्षतिग्रस्त हुई व विद्युत विभाग की कुल 170 योजनाएं आपदा से क्षतिग्रस्त हुई हैं।
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर जिलाधिकारी द्वारा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए सभी निर्देशों को अमल में लाते हुए आपदा प्रबंधन एवं पुनर्निर्माण का कार्य करना सुनिश्चित करें।
वीसी में सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड विनोद कुमार सुमन, जनपद पिथौरागढ़ से जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर, सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।