श्री केदारनाथ धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव कुंड में मंदाकिनी नदी के तेज बहाव के चलते क्षतिग्रस्त हुए कंुड पुल के अबडमेंट आधार को ठीक करने का काम तेजी से चल रहा है। पुल के आधार की मरम्मत के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की एक पूरी इकाई प्रयास कर रही है। उधर, विकल्प के तौर पर बेली ब्रिज का प्रस्ताव भी तैयार कर इस पर भी कार्य शुरू कर दिया गया है।
मानसून सीजन में केदार घाटी में हो रही भारी बारिश के कारण मंदाकिनी नदी उफान पर है। नदी के लगातार तेज बहाव के चलते श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग के बेहद महत्वपूर्ण पुल कुंड के आधार को क्षति पहुंची है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने स्थलीय निरीक्षण कर पुल की सुरक्षा के हर संभव प्रयास करने के निर्देश राष्ट्रीय राजमार्ग को दिए थे। इसी क्रम में अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह ने पुल के आधार को मजबूत करने के लिए कंक्रीट दीवार का निर्माण करने योजना तैयार की। मौके पर तैनात कनिष्ट अभियंता पुष्कर सिंह बिष्ट ने बताया कि दो दिनों में नदी के बहाव को पुल के आधार पर न्यूनतम करने के लिए बोल्डर एवं मिट्टी का सहारा लिया गया है। वहीं दूसरी ओर से पोकलैंड की सहायता से रास्ता तैयार कर आधार पर कंक्रीट की दीवार देकर पुल को सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। बताया कि गुरुवार तक कंक्रीट की दीवार देने का कार्य पूर्ण हो जाएगा नदी का बहाव अत्यधिक तेज न हुआ तो एक हफ्ते के भीतर पैदल यात्रियों के लिए पुल खोला जा सकता है।
वहीं विकल्प के तौर पर पुल से बैराज की ओर 10 मीटर की दूरी पर बेली ब्रिज स्थापित करने की योजना है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। करीब 70 मीटर स्पाम का पुल तैयार होकर शुरू होने में एक महीने का समय लग सकता है। जिसके बाद इस मार्ग को यात्रियों एवं स्थानीय लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। तब तक लोगों को वैकल्पिक मार्गों से होकर ही जाना पड़ेगा।