-जार के प्रांतीय अधिवेशन में पत्रकार हितों से जुड़े मुद्दों पर प्रस्ताव पारित, तीन सौ पत्रकारों ने शिरकत की।
भवानीमंडी। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) का अधिवेशन शनिवार को भवानीमंडी में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश भर से तीन सौ से अधिक पत्रकार शामिल हुए। इस मौके पर एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी, महासचिव प्रदीप तिवारी, जार के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा, पूर्व महासचिव संजय सैनी,कोटा प्रेस क्लब के अध्यक्ष गजेंद्र व्यास, झालावाड प्रेस क्लब अध्यक्ष संजय बाफना, जार के प्रदेश उपाध्यक्ष भँवर सिंह कुशवाहा व अशोक श्रीमाल, झालावाड जार अध्यक्ष दिलीप जैन ने पत्रकार हितों से जुड़े पत्रकार सुरक्षा कानून, वेजबोर्ड, पत्रकारों को सम्माजनक मानदेय, पत्रकार अधिस्वीकरण योजना, मेडिकल योजना आदि पर विचार रखे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक कालूराम मेघवाल ने कहाँ कि बजट में सरकार ने सरकारी कर्मियों की तर्ज पर पत्रकारों को मेडिकल सुविधा की घोषणा की। वे पत्रकार समाज की हर मांगों के समाधान के लिये कार्य करेंगे। विधानसभा में पत्रकार सुरक्षा कानून की बात रखी है।
उन्होंने कहाँ कि कुछ लोगों की वजह से पत्रकारिता बदनाम हो रही है। ऐसे लोगों का बहिष्कार करें। पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया चाहिए। इससे पत्रकार की भाषा व दायित्व तय होंगे। सच्ची पत्रकारिता से ही लोकतंत्र मजबूत रहा है और आगे भी मजबूती मिलेगी। पत्रकारिता से ही समाज की तकलीफों का समाधान हो रहा है। अधिकारियों की निरकुंश प्रवत्ति पर रोक लगती है। जन मुद्दों की बातें मीडिया के माध्यम से सरकार तक पहुंचती है और समाधान भी होता है। पत्रकारों की मांगों के समाधान का पूरा प्रयास करेंगे।
-मीडिया की साख के लिये पत्रकार सुरक्षा कानून जरूरी
अधिवेशन की अध्यक्षता कर रहे
एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कहा कि मीडिया की साख और विश्वसनीयता बरकरार रखने के लिये पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की आवश्यकता है। पत्रकार सुरक्षित नौकरी और उचित वेतन न मिलने के कारण स्वतंत्र तथा निष्पक्ष होकर कार्य नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में ग्रामीण इलाकों में काम करने वाले पत्रकारों की समस्याओं को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
रास बिहारी ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार मीडिया के लिए रीढ़ की हड्डी हैं। ग्रामीण पत्रकारों के कारण ही ग्रामीण इलाकों में जागरूकता आई है। उन्होंने कहा कि एन यू जे और जार के आंदोलनों के कारण राजस्थान में पत्रकारों को सुविधाएं मिली हैं।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप तिवारी अपने उद्बोधन में कहा कि देश में चार खंभे हैं पर जब खबरपालिका की बात आती है चाहे वह रेलवे कन्सेशन की बात प्रैस प्रोटेक्शन हो मीडिया काउंसिल की हो तो कोई सरकार इनके हीतो का ध्यान नहीं रखा। आज पत्रकारों को बहुत कम संसाधन में काम करना पड़ता हैं अखबार मालिक पत्रकारों शोषण करते है पर सरकार कोई नियम समाचार पत्रों के लिए अभी तक नहीं बनाया इसीलिए एनयूजेआई मीडिया काउंसिल बनाने, नेशनल रजिस्टर, व प्रैस प्रोटेक्शन एक्ट की केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार से मांग करता।
इस मौके पर मंचासीन अतिथि भवानीमंडी नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश बोहरा, उपाध्यक्ष अनिल मीणा, पंचायत समिति प्रधान सुल्तान सिंह चौहान, पूर्व पालिका अध्यक्ष रामलाल गुजर,
समाजसेवी चेतराज गहलोत, कालूलाल सालेचा, कृष्णकांत राठी, गिरीश सोमानी आदि ने महिला पत्रकारों और भामाशाह का साफा पहनाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। साथ ही अधिवेशन में आए सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।