हरिद्वार । हरिद्वार में कांवड़ मेला अपनी चरम ऊंचाई पर चल रहा है। जिसमें इस समय हर तरफ कांवड़ियों की अपार भीड़ है। कई दशकों से प्रत्येक बड़े से बड़े स्नान पर्व, कुंभ मेला, सोमवती अमावस्या स्नान पर्व, कांवड़ मेला जैसे मेलों में अग्रणीय भूमिका में प्रशासन द्वारा दिए गए चुनौती पूर्ण दायित्वों का निर्वहन ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना विभागाध्यक्ष /इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉo नरेश चौधरी द्वारा अनवरत किया जा रहा है। कांवड़ मेला 2024 में डॉo नरेश चौधरी अपर रोड जोनल मजिस्ट्रेट का दायित्व देख रहे हैं। अपर रोड पर भ्रमण के दौरान डॉक्टर नरेश चौधरी को 12 वर्षीय बालिका रोती हुई नजर आई। जिसने अपना नाम राजकुमारी पिता का नाम सोहन वीर ग्राम कैली जिला संभल बताया। परंतु वह किसी भी परिवार के सदस्य का मोबाइल नंबर नहीं बता पा रही थी। जिससे डॉo नरेश चौधरी ने मेला कंट्रोल रूम को सूचना देते हुए खोया पाया केंद्र से भी सूचना प्रसारित कराई साथ ही साथ बच्ची को अपने वाहन पर बैठाकर बच्ची द्वारा बताए गए स्थानों पर परिवार को खोजने में अथक प्रयास किया। जिसके फलस्वरुप कई घंटों के प्रयास से बच्ची के परिवार को खोजा गया। डॉo नरेश चौधरी बिछड़ी बच्ची राजकुमारी को खोया पाया केंद्र में सुपर जोनल पुलिस अफसर जेo आरo जोशी, खोया पाया केंद्र प्रभारी एसo आईo किरण डोबाल, कांस्टेबल ममता की मौजूदगी में परिवार को सौंप दिया। बच्ची के पिता सोहनवीर, चाचा जुगेन्द्र सिंह, चाचा अतराम, दादी साधनी, मां धर्मांती ने डॉo नरेश चौधरी को विशेष धन्यवाद दिया। और कहा कि डॉo नरेश चौधरी के हम जीवन भर आभारी रहेंगे जिनके अथक प्रयास से ही हमारी बच्ची हमें मिल पाई। सुपर जोनल पुलिस अफसर जेo आरo जोशी खोया पाया केंद्र प्रभारी किरण डोबाल, संचार पुलिस अधीक्षक यशवीर, विपिन कुमार, सुपर जोनल मजिस्ट्रेट एसoडीoएमo अजय वीर सिंह, सेक्टर मजिस्ट्रेट सुधीर सैनी ने डॉo नरेश चौधरी की अपने दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ समर्पित मानव सेवा के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की। सुपर जोनल पुलिस अफसर जेo आरo जोशी ने अवगत कराया की अब तक कांवड़ मेले के दौरान खोया पाया केंद्र पर 25 महिला, 28 पुरुष, 31 बच्चे, कुल 84 की खोए जाने की सूचनाएं दर्ज हुई जिसमें से 10 महिला, 9 पुरुष, 22 बच्चों को कुल 41 को पुलिस द्वारा बरामद कर उनके गंतव्य स्थान को भिजवाया गया।