जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि देर रात्रि को हुई भारी बारिश के कारण मदमहेश्वर मंदिर ट्रैक पर बनतोली गौंडार में मार्कण्डेय (मोरकंडा) नदी पर पैदल पुल बह जाने के कारण क्षेत्र से संपर्क बाधित हो गया था।

उन्होंने अवगत कराया कि सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस तथा जिला प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी घटना स्थल के लिए रवाना हुए। पूरे रेस्क्यू अभियान के दौरान जिलाधिकारी भी स्वयं मौके पर मौजूद रहे। जिलाधिकारी की निगरानी में हैली सेवाओं के माध्यम से मदमहेश्वर यात्रा रूट पर फंसे 106 यात्रियों का सफल रेस्क्यू किया गया।

मदमहेश्वर घाटी में फंसे तीर्थ यात्रियों के सफल रेस्क्यू के बाद सभी तीर्थ यात्रियों ने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार सहित पूरी रेस्क्यू टीम का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। यात्रियों का कहना था कि जिला प्रशासन एवं सरकार द्वारा यात्रियों के रेस्क्यू के लिए स्थानीय लोगों की मदद से अस्थाई हेलीपैड निर्माण से लेकर फूड पैकेट भी बेहद कम समय में सभी यात्रियों को उपलब्ध कराए गए। त्वरित गति से रेस्क्यू किए जाने हेतु तत्काल हैली सेवा के माध्यम से नानू हेलीपैड से रांसी हैलीपैड पहुंचाया गया। जिसके लिए उन्होंने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करने के लिए सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

रेस्क्यू अभियान में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, तहसीलदार ऊखीमठ प्रदीप नेगी, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, लोनिवि एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा यात्रियों का सफल रेस्क्यू किया गया।