हरिद्वार।: बीएचईएल हरिद्वार के चिकित्सा विभाग द्वारा आज “डेंगू जन-जागरूकता अभियान” का शुभारम्भ किया गया । इसके अंतर्गत विभिन्न टीमों का गठन किया गया है जो घर-घर जाकर लोगों को, डेंगू की रोकथाम तथा उसके लार्वा की पहचान से अवगत कराएंगी । इस उपलक्ष्य में उपनगरी के सेक्टर–3 स्थित स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में, बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक श्री टी. एस. मुरली ने, हरी झंडी दिखाकर इन टीमों को रवाना किया ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री टी. एस. मुरली ने कहा कि डेंगू एक जानलेवा बीमारी है और इससे बचाव ही इसका सबसे उपयुक्त इलाज है । उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए सभी को सतर्क रहने तथा अपने आसपास, साफ सफाई के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है । कार्यक्रम में बीएचईएल मुख्य चिकित्सालय में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं ने एक नुक्कड़ नाटिका के माध्यम से, डेंगू से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला । इस दौरान डेंगू लार्वा की पहचान को भी प्रदर्शन के माध्यम से दर्शाया गया ।
उल्लेखनीय है कि डेंगू की रोकथाम के लिए एक ज्वाइंट प्लानिंग टीम का भी गठन किया गया है, जिसमें कई चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ के सदस्य, सम्पदा विभाग, सिविल फैक्ट्री एवं मलेरिया रिसर्च सेंटर के प्रतिनिधि भी शामिल हैं । इस टीम के दिशानिर्देशन में डेंगू से बचाव के लिए, फागिंग की व्यवस्था भी की जाएगी ।
इस अवसर पर प्रमुख (चिकित्सा सेवाएं) डा. शारदा स्वरूप सहित महाप्रबंधकगण, वरिष्ठ अधिकारी, चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ के सदस्य तथा यूनियन एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे ।