हरिद्वार। श्यामपुर स्थित श्री श्याम वैकुंठ धाम मे संत महापुरुषों के श्री मुख से बही ज्ञान की गंगा अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए महंत स्वामी सत्यव्रतानंद महाराज ने कहा जिसे संत महापुरुषों का सानिध्य प्राप्त हो वह बड़ा ही भाग्यशाली होता है क्योंकि गुरु की संगत करने का अवसर बड़े ही भाग्य से मिलता है ईश्वर आराधना और गुरु कृपा मनुष्य को कल्याण की ओर ले जाती है तो अवसर पर बोलते हुए श्री श्याम वैकुंठ धाम के परमा ध्यक्ष श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज ने कहा गुरु की सेवा और ईश्वर भक्ति बड़े ही भाग्य से प्राप्त होती है गुरु ही इस धरती पर साक्षात ईश्वर की प्रतिमूर्ति हैं गुरु मिलते हैं ईश्वर से गुरु ही देते ज्ञान पल भर में उंगली पड़कर भक्तों का करते कल्याण गुरु की महिमा बड़ी ही अपरंपार है हे भक्तजनों आप बड़े ही भाग्यशाली हैं की आपको संत महापुरुषों के श्री मुख से बह रही ज्ञान की गंगा में गोते लगाने का शुभ अवसर प्राप्त हो रहा है हाल ही में संपूर्ण विश्व राम मय हो गया भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या जी में लंबे संघर्ष के बाद श्री राम मंदिर का निर्माण और भव्य दिव्य चमत्कारी श्री राम मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को खुली आंखों से संपूर्ण विश्व ने देखकर अपना जीवन धन्य और कृतार्थ किया परम पूज्य गुरुदेव 1008 श्री श्री पंडित राम गोपाल जी महाराज ने अपनी भक्ति के माध्यम से लाखों भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाया संपूर्ण विश्व में ईश्वर भक्ति की एक अनूठी अलख जागाई उन्हीं के माध्यम से प्रदान किए गए ज्ञान के माध्यम से आज श्री महंत श्यामसुंदर दास जी महाराज सभी भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखा रहे हैं भक्ति का मार्ग दिखा रहे हैं श्री सभापुर बालाजी दरबार मे भक्तजन अपनी मन्नतो की खाली झोलियां लेकर आते हैं और दरबार में माथा टेकने के बाद अपनी मन्नतो की झोली भरने के बाद हंसते गाते अपने गंतव्य स्थान की ओर जाते हैं गुरु की महिमा गुरु की कृपा बड़े ही भाग्य से प्राप्त होती है और यह कृपा परम पूज्य गुरुदेव अलवर वाले बाबा जी महाराज की कृपा से श्री सभापुर दिल्ली दरबार में तथा श्री श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर हरिद्वार में बनी हुई है इस अवसर पर बोलते हुए महंत सतीश गिरी जी महाराज ने कहा श्री श्याम वैकुंठ धाम श्यामपुर मे आने वाले भक्तजन बड़े ही भाग्यशाली है जो उन्हें श्री महंत श्याम सुंदर दास जी महाराज जैसी पवन त्याग मूर्ति गुरु के रूप में मिले अपनी भक्ति अपने ज्ञान के माध्यम से कल्याण की ओर ले जा रहे हैं यह वह पावन स्थान है जो शास्त्रों में उल्लेखित तथ्यों के आधार पर निर्मित किया गया है साक्षात इस पृथ्वी लोक का वैकुंठ धाम है जो भी भगवान हरि के इस वैकुंठ धाम में आएगा वह अपनी खुशियों की झोलियां भरकर हंसते गाते इसी प्रकार अपने घर जाता रहेगा ऐसी परम स्थली के दर्शन बड़े ही सौभाग्य शाली लोगों को प्राप्त होते हैं परम पूज्य स्वामी श्याम सुंदर दास जी महाराज त्याग ज्ञान और प्रेम की एक अखंड मूर्ति है जो अपने भक्तों को उंगली पड़कर निरंतर अपने ज्ञान के माध्यम से कल्याण की ओर ले जा रहे हैं इनके सभापुर दिल्ली दरबार में ऊपरी हवा से पीड़ित भूत व्यथा बना बनाया काम बिगड़ जाना किया कराया मानसिक समस्या आदि अनेकों समस्या से ग्रस्त लोग आते हैं और समस्या से निजात पाकर हंसते गाते अपने गंतव्य स्थान की ओर जाते हैं इस अवसर पर स्वामी ज्ञानेंद्र महाराज महंत सत्यव्रतानंद महाराज महंत सतीश गिरी महाराज श्री अशोक त्यागी राकेश वालिया विजय भूटन गोपाल गिरी महेंद्र चौहान मनोज वर्मा अरविंद कुमार मोहित वालिया संजय पुजारी जी दीक्षित जी ठाकुर मनोजानंद परवीन कश्यप धीरेंद्र रावत सहित भारी संख्या में संत भक्त गण उपस्थित थे