हरिद्वार।ग्रामोत्थान परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक के निर्देशों के क्रम में आज दिनांक 11 मार्च 2025 को जिला रीप कार्यालय से सहायक प्रबंधक (लेखा) श्री बंबेंद्र रावत, वाई.पी. / केएम आईटी श्री अमित सिंह एवं प्रोजेक्ट असिस्टेंट श्री प्रकाश सिंह बिष्ट द्वारा विकासखंड बहादराबाद, नारसन और लक्सर में आवश्यक भ्रमण किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना, ब्लॉक स्तर पर स्टाफ की गतिविधियों को मॉनिटर करना और लाभार्थियों से संवाद स्थापित कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देना था।

बहादराबाद विकासखंड का निरीक्षण :-

विकासखंड बहादराबाद में टीम ने ग्रामोत्थान परियोजना के ब्लॉक कार्यालय का दौरा कर वहां के स्टाफ के साथ गहन चर्चा की। इस दौरान दैनिक प्रशासनिक प्रक्रियाओं की समीक्षा की गई, जिसमें स्टाफ की उपस्थिति (अटेंडेंस) और दैनिक रसीदों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि सभी प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से संचालित हो रहे हैं और योजनाओं का क्रियान्वयन सही दिशा में हो रहा है।

नारसन विकासखंड में समन्वयक कार्यशाला में भागीदारी :-

इसके पश्चात टीम नारसन विकासखंड पहुंची, जहां राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) और ग्रामोत्थान परियोजना के अंतर्गत चल रही समन्वयक कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया। इस कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों के साथ संवाद किया गया और परियोजना की प्रगति पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें उपस्थित प्रतिभागियों को योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया।

लक्सर विकासखंड में लाभार्थियों के साथ संवाद :-

इसके बाद टीम ने लक्सर विकासखंड में आयोजित बैठक में भाग लिया, जो ग्रामोत्थान परियोजना (रीप) के अंतर्गत लाभार्थियों के साथ संवाद हेतु आयोजित की गई थी। इस दौरान उन लाभार्थियों से चर्चा की गई, जिन्हें इंडिविजुअल इंटरप्राइजेज हेतु सहायता दी गई थी। बैठक में पाया गया कि कुछ लाभार्थियों ने अपने उद्यम शुरू कर दिए हैं, जबकि कुछ ने अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया है। इस संदर्भ में उन्हें शीघ्रता से अपना व्यवसाय प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, उनके व्यवसाय योजनाओं (बिजनेस प्लान) की समीक्षा की गई और ब्लॉक स्टाफ को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया, ताकि वे लाभार्थियों को उचित सहयोग एवं सहायता प्रदान कर सकें।

इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य परियोजनाओं की प्रभावशीलता को सुनिश्चित करना, हितधारकों को जागरूक करना और उद्यमशीलता को बढ़ावा देना था। जिला परियोजना प्रबंधन ने ग्रामोत्थान परियोजना के ब्लॉक स्तरीय कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे लाभार्थियों को निरंतर सहायता प्रदान करें और योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रतिबद्ध रहें।