पिथौरागढ़ ।
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार की मंशा के अनुरूप सीमांत जनपद पिथौरागढ़ मे आम जनमानस को सुगम एवं बेहतरीन चिकित्सा सुविधा मिले इसी मंशा को साकार करने का कार्य जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी द्वारा किया जा रहा है । जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सा सुविधा को बड़ी गंभीरता से लेते हुए आज माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड के प्रमुख प्राथमिकता में शामिल निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज के विभिन्न ब्लॉकों के भवनों, कैंपस फील्ड, ग्रीन बेल्ट आदि के कार्यप्रगति की समीक्षा की तथा निर्माण में प्रयुक्त होने वाले रॉ मैटीरियल की गुणवत्ता, मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था आदि का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा मेडिकल कॉलेज के निर्माण से आंवला घाट पेयजल परियोजना की लाइन शिफ्टिंग की जानकारी संबंधित कंपनी के अधिकारियों से ली गई उन्होंने कहा कि लाइन को इस तरीके से सिफ्ट किया जाय ताकि शहर की पेयजल आपूर्ति पर इसका असर ना पड़े तथा जिलाधिकारी द्वारा निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में कार्यरत मजदूरों से उनकी समस्याएं जानी एवम स्वयं मजदूरों के प्रयोग में लाई जा रही पेयजल व्यवस्था की जांच कराई गई जांच के दौरान पेयजल स्टोर करने वाली टंकी में मिट्टी पाए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए तहसीलदार पिथौरागढ़ को लेबर डिपार्टमेंट एवं फूड सेफ्टी डिपार्मेंट से संबंधित कंपनी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर चालान की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा साइट पर कार्य कर रहे मजदूरों की सुरक्षा हेतु हेलमेट, ग्लव्स, बूट्स, मास्क आदि सेफ्टी गियर ना होने तथा निर्धारित मानकों के अनुरूप व्यवस्था न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सम्बन्धित कंपनी के अधिकारियों को मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था, आवास,पेयजल, शौचालय आदि का विशेष ध्यान रखने के सख्त निर्देश दिए तथा अगले निरीक्षण में इस की पुनरावृत्ति ना हो इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी श्री गोस्वामी ने कहा कि जनपद पिथौरागढ़ के चिकित्सालय में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए भी संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इसे पूर्ण किया जाए और अच्छी गुणवत्ता के साथ बनाया जाए ताकि भविष्य में कोई असुविधा न हो।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम तथा संबंधित कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह आईटीआई डिप्लोमा कर रहे छात्रों को इस प्रोजेक्ट में अप्रेंटिस के माध्यम से जोड़ें तथा साथ-साथ उन्हें मानदेय भी दे जिससे छात्रों को नई तकनीकी का ज्ञान तथा कार्य अनुभव हो सके।
निरीक्षण में सीओ परवेज अली,फूड सेफ्टी अधिकारी आर के शर्मा,तहसीलदार विजय गोस्वामी, राजस्व उपनिरीक्षक विजय पंत उपस्थित रहे।