हमारे भारतीय घरों का खाना बिना तले अधूरा रहता है। त्योहार हो या फिर कोई खास मौका पूड़ी, पकौड़ा और तले हुई डिश बनना तय है। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान तेल का होता है। हाई स्मोकिंग प्वाइंट पर इस्तेमाल इस तेल को दोबारा यूज करने में काफी सारे हेल्थ रिस्क होते हैं। लेकिन इस तेल को बहुत कम घरों में ही फेंका जाता है और ज्यादातर लोग इसे दोबारा से काम में ले ही लेते हैं। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर किस तरह से बचे हुए तेल की बर्बादी को रोका जाए और सही तरीके से यूज करें। इस बारे में एफएसएसएआई ने सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए सॉल्यूशन बताया है।
क्या है फ्राईंग ऑयल को दोबारा यूज करने का सही तरीका
-Fssai ने वीडियो में बताया है कि किसी भी कुकिंग ऑयल को केवल एक बार ही तलने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
-दोबारा से फ्राईंग ऑयल को इस्तेमाल करने के लिए जरूरी है कि अच्छी तरह से फिल्टर किया हुआ हो। जिससे कि सारे जले हुए फूड पार्टिकल निकल गए हों।
-एक बार तले हुए तेल को दोबारा केवल करी बनाने के लिए ही इस्तेमाल करें।
-दोबारा से हाई हीट पर तलने के लिए इस्तेमाल करने से बचें।
-तले हुए तेल को मात्र दो दिनों के अंदर ही यूज कर लें।
-तेल को दोबारा इस्तेमाल करने लायक रखना है तो कम टेम्परेचर पर ही यूज करें। जिससे तेल से धुआं ना निकले।
-तेल में फूड को तलते समय बचे हुए पार्टिकल को फौरन निकालकर बाहर कर दें। इससे पहले कि वो पार्टिकल जलकर काले ना हो जाएं।
-हमेशा तलने के लिए किसी स्टील के बर्तन का इस्तेमाल करें।
-लोहे के बर्तन में कुकिंग ऑयल से तलने का काम ना करें। ऐसे तेल में अजीब सी महक आने लगती है और वो दोबारा इस्तेमाल लायक नहीं रह जाता है।