हरिद्वार। नीति आयोग और मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से उत्तराखंड के तीन आकांक्षी ब्लॉकों — दुगड्डा, मोरी और बहादराबाद — के 23 मास्टर ट्रेनर्स (MTs) के लिए 4 से 7 अगस्त 2025 तक हरिद्वार में 4 दिवसीय जीवन कौशल शिक्षा आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में किया गया।
यह पहल चार राज्यों हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश — के 31 चिन्हित आकांक्षी ब्लॉकों में स्कूल स्तर पर जीवन कौशल शिक्षा लागू करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स को जीवन शिक्षा प्रकल्प कार्यक्रम के पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण तकनीक, शिक्षण पद्धति, बच्चों के साथ संवाद, समावेशी वातावरण निर्माण, तथा मूल्यांकन और निगरानी तंत्र की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में गतिविधि-आधारित शिक्षण पद्धति (Activity-Based Learning) के माध्यम से सत्रों का अभ्यास।साथ ही लिंग समानता, बाल संरक्षण और शिक्षक के रोल मॉडल की भूमिका पर विशेष सत्र चलाया गया।बच्चों की सामाजिक, भावनात्मक और मानसिक जरूरतों पर केंद्रित प्रशिक्षण दिया गया। वहीं
स्कूलों में जीवन कौशल सत्र शुरू करने की रणनीति और रिपोर्टिंग प्रक्रिया पर चर्चा हुई।मास्टर ट्रेनर्स ने पारंपरिक ‘चॉक एंड टॉक’ पद्धति से हटकर अनुभवात्मक और संवादात्मक दृष्टिकोण अपनाने की प्रतिबद्धता जताई। कार्यशाला का समापन पोस्ट-टेस्ट और प्रतिक्रिया सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी और प्रभावी बताया। कार्यक्रम के अगले चरण में, बहादराबाद ब्लॉक के मास्टर ट्रेनर्स ब्लॉक स्तर पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित करेंगे, जिसमें लगभग 200 शिक्षक भाग लेंगे। इस आयोजन को सफल बनाने में श्री बृजपाल राठौर (Block Education Officer, Bahadrabad), आसिक रिज़वी (Director), विकास खन्ना (Project Director), JSP फेलोज़ रविकांत, सम्राट रावत, तथा प्रशिक्षण टीम की लक्ष्मी और सुशील कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा।